लेखनी कविता -हिमालय - बालस्वरूप राही

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हिमालय / बालस्वरूप राही केवल ऊँचा नहीं हिमालय, दर्पण- सा निर्मल भी है, इसमें मानसरोवर वाला अमृत जैसा जल भी है। यह ऋषियों की तपोभूमि है, यहाँ देवता बसते है, इसमे ...

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