72 Part
62 times read
0 Liked
न जाने अश्क से आँखों में क्यों है आये हुए / फ़िराक़ गोरखपुरी न जाने अश्क से आँखों में क्यों है आये हुए गुज़र गया ज़माना तुझे भुलाये हुए जो मन्ज़िलें ...