44 Part
68 times read
0 Liked
तीरगी चांद के ज़ीने से सहर तक पहुँची तीरगी चांद के ज़ीने से सहर तक पहुँची ज़ुल्फ़ कन्धे से जो सरकी तो कमर तक पहुँची मैंने पूछा था कि ये हाथ ...