पनाह

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फिर उनके लिए दुनिया में कोई पनाह नहीं  खुदा रहम करे यतीमों पर जिनकी माँ नहीं मेरे मौला माँ का आँचल सबको नसीब करना माँ का आँचल नहीं तो समझो सर ...

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