लेखनी कविता - अपने खेत में - नागार्जुन

57 Part

41 times read

0 Liked

अपने खेत में / नागार्जुन अपने खेत में.... जनवरी का प्रथम सप्ताह खुशग़वार दुपहरी धूप में... इत्मीनान से बैठा हूँ..... अपने खेत में हल चला रहा हूँ इन दिनों बुआई चल ...

Chapter

×