लेखनी कविता - अच्छा अनुभव - भवानीप्रसाद मिश्र

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अच्छा अनुभव / भवानीप्रसाद मिश्र मेरे बहुत पास मृत्यु का सुवास देह पर उस का स्पर्श मधुर ही कहूँगा उस का स्वर कानों में भीतर मगर प्राणों में जीवन की लय ...

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