लेखनी कविता -तुमने जो दिया है - भवानीप्रसाद मिश्र

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तुमने जो दिया है / भवानीप्रसाद मिश्र तुमने जो दिया है वह सब हवा है प्रकाश है पानी है छन्द है गन्ध है वाणी है उसी के बल पर लहराता हूँ ...

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