लेखनी कविता -लापता का हुलिया - कुंवर नारायण

55 Part

44 times read

0 Liked

लापता का हुलिया / कुंवर नारायण रंग गेहुआं ढंग खेतिहर उसके माथे पर चोट का निशान कद पांच फुट से कम नहीं ऐसी बात करताकि उसे कोई गम नहीं। तुतलाता है। ...

Chapter

×