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*जाएँ बिनती को जगा लाएँ। वह कमबख्त अभी पड़ी सो रही है।" सुधा उठकर चली गयी। थोड़ी देर में बिनती आँख मलते बगल में चटाई दाबे आयी और फिर बरामदे में ...