गुनाहों का देवता

159 Part

59 times read

0 Liked

पागल हूँ, मैं क्या करूँ?" सुधा बड़े कातर स्वर में बोली। चन्दर चुप था। सिर्फ सिर झुकायें, हाथों पर माथा रखे बैठा था। सुधा थोड़ी देर हाँफती रही। फिर बोली- "तुम्हें ...

Chapter

×