गुनाहों का देवता

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मुझे कोई सन्तोष रहेगा तो यह देखकर कि मेरी सुधा अपने जीवन में कितनी ऊँची है। मैं तुमसे इस विश्वास की भीख माँगता हूँ।" "छिह, मुझसे बड़े हो चन्दर! ऐसी बात ...

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