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"शी!" चन्दर के होठों को अपनी अँगुलियों से दबाती हुई पम्मी बोली, "चरम शान्ति के क्षणों को अनुभव किया करो। बोलते क्यों हो?" चन्दर चुप हो गया। चुपचाप लेट रहा। पम्मी ...