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तेरी मेहबानियां पार लगा दें मेरे सपनों की नैया सावन भादों जैसे बरस रहें है मेरे नैना ना मांगू मैं हीरे मोती मांगू बस थोड़ी सी ज्योति तुम हो दुनिया के ...