114 Part
218 times read
7 Liked
जो बीत गई सो बात गई आशा निराशा की सुख दुःख में इंसान आज जकड़ा हुआ है जीने का तरीका सज्जनों इस युग में बदला हुआ है मुकुलित होकर रहोगे तो ...