सुबह -सुबह से ढेरों चिड़ियां अंगना मेरे आ जाती हैं

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सुबह -सुबह से ढेरों चिड़ियां अंगना मेरे आ जाती हैं। चीं- चीं  चूं-चूं शोर मचा कर सब मुझे जगाने आती हैं।। जैसे ही दाना बिखरा दूं तो फुदक-फुदक कर खाती हैं। ...

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