21 Part
281 times read
13 Liked
सब अपने में ही दुश्मन मैं मेरी को नहीं छोड़ता, इसमें ही उलझा रहता है। अपने अंह में डूबा रहता, कहाँ किसी की सुनता है। मैं तो नहीं रही किसी की, ...