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*गया वसंत* गया वसंत कंत नहिं आए, अब बारी है पतझर की। मन उदास मत करो राधिके! धीरज उर में रख कर देखो। होगी पुनरावृत्ति प्रीति सँग-तेरे भी नटवर की।। ...