मधुमास

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*गीत*(16/16) मधुमास धन्यवाद मधुमास तुम्हारा, लौट सजन घर आए मेरे। रही देखती पथ मैं उनका- रजनी-वासर,साँझ-सवेरे। मस्त हवाओं से मैं कहती, पुनर्मिलन-आभास कराओ। कभी पूछती भी कलियों से, कब होगा मधुमास ...

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