गीत

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गीत(16/14) शीतल-मंद पवन पुरुवाई, पुलकित कर दे तन-मन को। पिया-मिलन की आस लिए हिय, उर्जित कर दे विरहन को।। पायल-बिछिया,चूड़ी-कंगन, सबमें सिहरन सी होती। मुदित मना गोरी आँसू से, नहीं दिखे ...

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