गीत(शरद सुहावन)

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गीत(शरद सुहावन) जन-जन में है व्यापित खुशियाँ, शरद सुहावन बेला है। धूप गुनगुनी अच्छी लगती, अद्भुत कुदरत-खेला है।। दिन में सूरज-किरणें भातीं, रात में चंदा पूनम का। गरम बिछौना होता मित्रों, ...

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