निरुपमा–47

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"मेरा विचार है, एक बार कुछ दिन रामपुर रह आऊँ।" "लेकिन," वृद्ध सोचते हुए बोले, "बड़ी दिक्कत होगी। गर्मी है। देहात में तुम्हें अच्छा न लगेगा। वहाँ मिलनेवाली भी कोई नहीं। ...

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