निरुपमा–55

56 Part

28 times read

0 Liked

रामचंद्र के भोजन कर चुकने के बाद दासी ने हाथ धुला दिए। एक दूसरी कुर्सी पर निरू बैठी थी। नीली कुर्सी का पिछला हिस्सा पकड़े हुए खड़ी हुई। "राजा रामचंद्र, पढ़ते ...

Chapter

×